The purpose of this site is to encourage myself to become a simple human being mean momin.I want to see the connection between myself and All Mighty ALLAH in the early hours. I am struggling now, but as long as ALLAH gives me strength.
You may accompany me through some good and bad moments and I hope that by me postings/writings this is not only will encourage myself but that may be you as a reader,will encourage yourself to change anything that is not bringout the best in you.
सुबहानअल्लाह! आज आपने ऐसे वक़्त कमेन्ट लिखी है कि आपके ब्लोग पर आना ज़रूरी हो गया। और मैने वहां वो पाया जिस जगह पर मुज़े ख़ुदा ने तीन बार बुलाया है। आपको ये सुनकर ख़ुशी होगी कि इस हज पर चौथी बार विदेश मंत्रालय से मेडीकल मिशन से मैं 22 अकतुबर को मक्का/मदिने की वही पाक ज़गह पर पहूंच रही हुं। आपके कमेन्ट के लिये बहोत-बहोत शुक्रिया। आपके ब्लोग पर बहोत ही सुकुन मिला। शुक्रिया। आप दुआ करें कि आपके ब्लोग पर जो दुआ बज रही है वैसे ही मैं अपने इमान/फ़र्ज मं कामयाब रहुं और अल्लाह मेरा हज कुबुल फ़रमाए।
3 comments:
सुब्हान अल्लाह...तस्वीरों को देखकर ही दिल को बेहद सुकून मिला...अल्लाह सबके नसीब में हज की ख़ुशी अता करे... जहांनुमा के लिंक के लिए शुक्रिया...
सुबहानअल्लाह! आज आपने ऐसे वक़्त कमेन्ट लिखी है कि आपके ब्लोग पर आना ज़रूरी हो गया। और मैने वहां वो पाया जिस जगह पर मुज़े ख़ुदा ने तीन बार बुलाया है।
आपको ये सुनकर ख़ुशी होगी कि इस हज पर चौथी बार विदेश मंत्रालय से मेडीकल मिशन से मैं 22 अकतुबर को मक्का/मदिने की वही पाक ज़गह पर पहूंच रही हुं।
आपके कमेन्ट के लिये बहोत-बहोत शुक्रिया।
आपके ब्लोग पर बहोत ही सुकुन मिला। शुक्रिया।
आप दुआ करें कि आपके ब्लोग पर जो दुआ बज रही है वैसे ही मैं अपने इमान/फ़र्ज मं कामयाब रहुं और अल्लाह मेरा हज कुबुल फ़रमाए।
Assalamualaikum,
Reminds me of the pictorials from the books and calendar I bought during Hajj.
Certainly, a lot has changed. :)
W'salam,
Hajar
Post a Comment